उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के शैक्षिक ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने राज्यभर में 71 नए सरकारी कॉलेजों की स्थापना की घोषणा की है। इन कॉलेजों का उद्देश्य ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों के छात्रों को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर प्रदान करना है, जिससे वे रोजगार के लिए तैयार हो सकें और अपने क्षेत्र में ही उच्च गुणवत्ता की शिक्षा पा सकें।
📍 प्रमुख जिले जहाँ कॉलेज खुलेंगे:
बलिया, गाजीपुर, चंदौली, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, महराजगंज जैसे जिलों में नए कॉलेज खोले जा रहे हैं, जहाँ अब तक उच्च शिक्षा की सुविधाएं सीमित थीं।
इन संस्थानों में विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के साथ-साथ व्यवसायिक व तकनीकी पाठ्यक्रम भी उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि प्रत्येक विकासखंड में कम से कम एक स्नातक स्तरीय कॉलेज उपलब्ध हो, ताकि ग्रामीण विद्यार्थियों को लंबी दूरी तय कर शहरों में पढ़ाई के लिए मजबूर न होना पड़े।
📢 राज्य शिक्षा विभाग का बयान:
"इन कॉलेजों के निर्माण के लिए आवश्यक भूमि और बजट को हरी झंडी दी जा चुकी है और अगले शैक्षणिक सत्र तक इनका संचालन प्रारंभ करने का लक्ष्य है। इससे न सिर्फ छात्रों को लाभ होगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर शिक्षकों की भर्ती, पुस्तकालय, प्रयोगशालाओं और तकनीकी संसाधनों के विकास से रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।"
सरकार का यह कदम 'सर्व शिक्षा अभियान' को उच्च शिक्षा स्तर तक विस्तारित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शिक्षा विशेषज्ञों ने इसे प्रदेश के युवाओं के लिए 'शैक्षणिक क्रांति' की संज्ञा दी है।
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