संसद का मानसून सत्र 2025: हंगामेदार शुरुआत, विपक्ष का जोरदार विरोध

 

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21 जुलाई 2025, नई दिल्ली

संसद का मानसून सत्र आज शुरू हुआ, लेकिन गंभीर मुद्दों पर विपक्ष के तीव्र विरोध के कारण पहले ही दिन लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कुछ मिनटों में स्थगित कर दी गई। ऑपरेशन सिन्दूर, पहलगाम आतंकी हमला, और एयर इंडिया AI-171 विमान हादसा जैसे मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार से तत्काल जवाबदेही और चर्चा की मांग की, जिसके जवाब में सत्ता पक्ष ने इसे राजनीति से प्रेरित करार दिया।

सत्र 21 अगस्त तक चलेगा, जिसमें सरकार 17 विधेयकों को पेश करने की योजना बना रही है, लेकिन विपक्ष के आक्रामक रुख से तीखी बहस की संभावना है।

विपक्ष का हंगामा और प्रमुख मुद्दे

सत्र शुरू होने के साथ ही विपक्षी सांसदों, खासकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेताओं ने नारेबाजी और तख्तियां दिखाकर विरोध दर्ज किया। मुख्य मुद्दों में शामिल हैं:

  • पहलगाम आतंकी हमला: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई। विपक्ष ने इसे खुफिया और सुरक्षा चूक का मामला बताते हुए सरकार पर तीखे सवाल उठाए।
  • ऑपरेशन सिन्दूर: 7 मई 2025 को शुरू हुआ यह ऑपरेशन पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर लक्षित कार्रवाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे अभूतपूर्व सफलता बताया, जिसमें 22 मिनट में आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए। हालांकि, विपक्ष ने ऑपरेशन के परिणामों और पारदर्शिता पर सवाल उठाए।
  • AI-171 विमान हादसा: 12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान AI-171 के हादसे में 260 लोगों की मौत हुई। विपक्ष ने पायलट की भूमिका और सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की।
  • अन्य मुद्दे: बिहार में वोटर वेरिफिकेशन (SIR) प्रक्रिया की पारदर्शिता, जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा, और डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाक सीजफायर दावों पर भी विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति अपनाई।

लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। विपक्षी सांसदों ने सभापति के आसन के पास इकट्ठा होकर नारेबाजी की और तख्तियां दिखाईं, जिससे सदन में चर्चा संभव नहीं हो सकी।

सरकार का रुख

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने और नियमों के तहत चर्चा में सहयोग करने की अपील की। रिजिजू ने कहा, "सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष को भी जिम्मेदारी दिखानी चाहिए।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्र शुरू होने से पहले ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता पर जोर देते हुए कहा कि यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ नीति को दर्शाता है। सत्ता पक्ष ने विपक्ष के हंगामे को "राजनीति से प्रेरित" करार देते हुए इसे राष्ट्रीय हितों के खिलाफ बताया।

पहले दिन की कार्यवाही

सत्र की शुरुआत पहलगाम हमले और AI-171 हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि के साथ हुई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामे पर नाराजगी जताते हुए कहा, "सदन चर्चा के लिए है, न कि नारेबाजी और अवरोध के लिए।" उन्होंने विपक्ष से रचनात्मक सहयोग की अपील की। हालांकि, विपक्ष के लगातार विरोध के कारण कार्यवाही आगे नहीं बढ़ सकी।

सत्र का एजेंडा

सरकार ने मानसून सत्र के लिए 17 विधेयकों को पेश करने की योजना बनाई है, जिनमें शामिल हैं:

  • वित्त विधेयक 2025: आर्थिक सुधारों और कर नीतियों से संबंधित।
  • जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक: जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर चर्चा।
  • डिजिटल डेटा संरक्षण विधेयक: डेटा गोपनीयता और साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए।

विपक्ष ने इन विधेयकों पर चर्चा से पहले ऑपरेशन सिन्दूर, पहलगाम हमले, और AI-171 हादसे पर विस्तृत जवाब की मांग की है।

आगे क्या?

मानसून सत्र के पहले दिन की हंगामेदार शुरुआत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह सत्र टकराव और तीखी बहस से भरा होगा। विपक्ष ने सरकार को इन गंभीर मुद्दों पर घेरने की पूरी तैयारी कर ली है, जबकि सरकार इन मुद्दों पर नियमों के तहत चर्चा की बात कह रही है। सत्र के अगले कुछ दिन महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि यह तय करेंगे कि क्या सरकार और विपक्ष के बीच सहमति बन पाएगी या हंगामा जारी रहेगा।

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