सऊदी अरब ने 2024 में 345 लोगों को फाँसी दी, जो पिछले तीन दशकों में सबसे अधिक है। यह आँकड़ा एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के आधार पर सामने आया है और मानवाधिकार संगठनों के बीच गंभीर चिंता का विषय बन गया है। इन फाँसियों में से 122 ड्रग-से संबंधित अपराधों के लिए थीं, जो गैर-हिंसक अपराधों के लिए मृत्युदंड के बढ़ते उपयोग को दर्शाता है। सऊदी सरकार इसे कानून और व्यवस्था बनाए रखने का हिस्सा बताती है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन मानता है।
नीचे दी गई तालिका सऊदी अरब में 2014 से जून 2025 तक की कुल फाँसियों और ड्रग-से संबंधित फाँसियों का सारांश प्रस्तुत करती है। ये आँकड़े एमनेस्टी इंटरनेशनल, यूरोपीय-सऊदी मानवाधिकार संगठन (ESOHR), और अन्य विश्वसनीय स्रोतों से सत्यापित हैं।
अवधि | कुल फाँसियाँ | ड्रग-से संबंधित फाँसियाँ |
---|---|---|
2014 -- जून 2025 | 1,816 | 597 (33%) |
वर्ष 2024 | 345 | 122 (35%) |
वर्ष 2023 | 172 | 2 (1.2%) |
जनवरी -- जून 2025 | 180 | 118 (~65.5%) |
2024 में सऊदी अरब ने 345 लोगों को फाँसी दी, जो 1995 (192) और 2022 (196) के पिछले रिकॉर्ड से अधिक है। इनमें से 101 विदेशी नागरिक थे, जो 2022 और 2023 में 34-34 की तुलना में तीन गुना अधिक है। विदेशी नागरिकों में शामिल थे:
ड्रग-से संबंधित 122 फाँसियों में से 81 विदेशी नागरिकों की थीं। यह वृद्धि 2022 में ड्रग अपराधों पर तीन साल के मोरेटोरियम के समाप्त होने के बाद हुई। उदाहरण के लिए, एक यमनी नागरिक को 2024 में ड्रग तस्करी के लिए फाँसी दी गई, जिसने विदेशी नागरिकों की फाँसियों की संख्या को 101 तक पहुँचा दिया।
ड्रग-से संबंधित फाँसियाँ सऊदी अरब में मृत्युदंड का एक प्रमुख हिस्सा हैं। 2014-जून 2025 के बीच 597 ड्रग-से संबंधित फाँसियाँ हुईं, जो कुल का 33% है। हालांकि, 2023 में केवल 2 ड्रग-से संबंधित फाँसियाँ हुईं, क्योंकि 2020-2022 के दौरान मोरेटोरियम लागू था। 2024 में यह संख्या बढ़कर 122 हो गई, और 2025 के पहले छह महीनों में 118 ड्रग-से संबंधित फाँसियाँ दर्ज की गईं। यह गैर-हिंसक अपराधों के लिए मृत्युदंड के बढ़ते उपयोग को दर्शाता है, जो अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का उल्लंघन है।
2024 में 101 विदेशी नागरिकों को फाँसी दी गई, जो सऊदी अरब के इतिहास में एक साल में सबसे अधिक है। ESOHR के अनुसार, विदेशी नागरिक अक्सर बड़े ड्रग तस्करों के शिकार होते हैं और उन्हें निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ता है:
- उचित कानूनी प्रतिनिधित्व की कमी: अधिकांश विदेशी नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण कानूनी सहायता नहीं मिलती
- भाषा की बाधाएँ: अरबी न जानने के कारण उन्हें न्यायिक प्रक्रिया में कठिनाई होती है
- यातना के माध्यम से जबरन "कबूलनामे": कई मामलों में यातना के बाद कबूलनामे लिए जाते हैं
उदाहरण के लिए, मिस्र के नागरिक एसाम अहमद को 2021 में मछली पकड़ने के दौरान गिरफ्तार किया गया और ड्रग तस्करी के झूठे आरोप में 2024 में फाँसी दी गई। उनके परिवार का दावा है कि उन्हें यातना दी गई और उनका मामला उचित कानूनी प्रक्रिया के बिना निपटा दिया गया।
एमनेस्टी इंटरनेशनल और ESOHR ने सऊदी अरब की फाँसी नीतियों की कड़ी निंदा की है। इन संगठनों ने यह भी बताया कि सऊदी अरब का विजन 2030, जो पर्यटन और निवेश को बढ़ावा देता है, इन कठोर सजाओं के साथ तालमेल नहीं बिठाता।
सऊदी सरकार का दावा है कि फाँसी की सजा शरिया कानून के तहत सार्वजनिक व्यवस्था और सुरक्षा के लिए आवश्यक है। शरिया में तीन प्रकार की सजाएँ हैं:
- किसास (दंडात्मक): हत्या जैसे गंभीर अपराधों के लिए
- हद (अनिवार्य): इस्लामी कानून में निर्धारित विशिष्ट अपराधों के लिए
- ताजीर (विवेकाधीन): न्यायाधीश के विवेक पर निर्भर सजाएँ
सरकार का कहना है कि ड्रग तस्करी सामाजिक स्थिरता के लिए खतरा है। हालांकि, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने 2022 में दावा किया था कि फाँसी की सजा केवल हत्या या सामूहिक खतरे वाले अपराधों तक सीमित होगी, लेकिन 2024 और 2025 के आँकड़े इस दावे के विपरीत हैं।
जनवरी-जून 2025 में 180 फाँसियाँ हुईं, जिनमें 118 ड्रग-से संबंधित थीं। जून 2025 में अकेले 46 फाँसियाँ हुईं, जिनमें 37 ड्रग-से संबंधित थीं (34 विदेशी नागरिक)। यदि यह गति जारी रही, तो 2025 में फाँसियों की संख्या 2024 के रिकॉर्ड को पार कर सकती है। मानवाधिकार संगठन 'रीप्राइव' ने चेतावनी दी है कि सऊदी अरब में फाँसियाँ अभूतपूर्व स्तर तक पहुँच सकती हैं।
सऊदी अरब में 2014 से जून 2025 तक 1,816 फाँसियाँ हुईं, जिनमें 597 ड्रग-से संबंधित थीं। 2024 में 345 फाँसियों का रिकॉर्ड और 2025 में तेज गति मानवाधिकारों, कानूनी प्रक्रियाओं, और सऊदी अरब की वैश्विक छवि पर सवाल उठाता है। विशेष रूप से ड्रग-से संबंधित गैर-हिंसक अपराधों और विदेशी नागरिकों पर असमान प्रभाव चिंताजनक है।
• एमनेस्टी इंटरनेशनल: 2024 और 2025 की मृत्युदंड रिपोर्ट
• यूरोपीय-सऊदी मानवाधिकार संगठन (ESOHR): विदेशी नागरिकों पर फाँसी की सजा
• सऊदी प्रेस एजेंसी (SPA): आधिकारिक फाँसी के आँकड़े
रीप्राइव संगठन: 2025 के फाँसी रुझान विश्लेषण
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